पृष्ठ

गुरुवार, 16 फ़रवरी 2012

ग़ज़ल : सूरज हुआ है पस्त ये मौसम तो देखिए

सर्दियों में बारिश का नतीजा है ये ग़ज़ल

सूरज हुआ है पस्त ये मौसम तो देखिए
बादल हुए हैं मस्त ये मौसम तो देखिए

कागज़ का थोबड़ा जरा फूला हुआ है और
निब को लगे हैं दस्त ये मौसम तो देखिए

सड़कों के, नालियों के औ’ नहरों के माफ़िया
सब हो गए हैं व्यस्त ये मौसम तो देखिए

सूरज नहीं दिखा तो घने बादलों को सब
जोड़े हैं आज हस्त ये मौसम तो देखिए

गंगा की शुद्धता और मिट्टी का ठोसपन
सब हो गए हैं ध्वस्त ये मौसम तो देखिए

यूँ बादलों से हो गई जुगनू की साठ-गाँठ
तारे हुए हैं अस्त ये मौसम तो देखिए

घर में पड़ोस में हो शहर में या गाँव में
हालत है सबकी लस्त ये मौसम तो देखिए

2 टिप्‍पणियां:

  1. bahut hi umda gazal hai ,ye panktiyaan vishesh pasnd aaeen...गंगा की शुद्धता और मिट्टी का ठोसपन
    सब हो गए हैं ध्वस्त ये मौसम तो देखिए

    यूँ बादलों से हो गई जुगनू की साठ-गाँठ
    तारे हुए हैं अस्त ये मौसम तो देखिए

    जवाब देंहटाएं

जो मन में आ रहा है कह डालिए।