जो अपनी मिट्टी से जितनी गहराई से जुड़ा होता है,
उतनी ही आसानी से तूफ़ानों का मुकाबला कर लेता है,
क्योंकि तूफ़ान का वेग धरती पर शून्य होता है,
और उँचाई बढ़ने के साथ बढ़ता जाता है।
जो अपनी धरती से जुड़े बिना,
ऊँचा उठता है,
तूफ़ानों का मुकाबला नहीं कर पाता,
तूफ़ान उसे बड़ी आसानी से,
तोड़ कर बिखेर देता है।
तूफ़ान का मुकाबला करने के लिए,
जो जितना ऊपर उठे,
उसे अपनी मिट्टी से भी,
उतनी ही गहराई से जुड़ा होना चाहिए,
इससे मिट्टी का भी भला होता है,
और जुड़ने वाले का भी।
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